जमशेदपुर। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को एक बड़ी घटना घटी। दोपहर 3.20 बजे मेडिसिन विभाग के कॉरिडोर में लावारिस मरीज सोए हुए थे। इस दौरान कोई बेड पर भर्ती था तो कोई फर्श पर लेटा था। इसी बीच अचानक से मेडिसिन विभाग के तीसरे मंजिल का कॉरिडोर भरभराकर गिरने लगा।
नतीजा हुआ कि उसका भार दूसरे मंजिल पर संचालित मेडिसिन विभाग का कॉरिडोर भी नहीं सह सका और वह भी गिर पड़ा। इसके साथ ही पहले मंजिल पर स्थापित महिला एवं प्रसूति विभाग का कॉरिडोर भी गिर गया है। इससे पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं, एक गंभीर रूप से घायल हो गया है।
वहीं, मौके पर जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक पूर्णिमा साहू भी पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शी राजेश कुमार ने बताया कि वे भी लावारिस मरीज के रूप में मेडिसिन विभाग के कॉरिडोर में भर्ती थे। उनके साथ कॉरिडोर में कुल आठ मरीज रह रहे थे। इसमें चार दबे हुए थे, जिसमें एक महिला को निकाल लिया गया है। उसका इलाज सर्जरी विभाग के आइसीयू में चल रहा है।
वहीं, महिला के साथ में उसका बेटा चांद भी रहता था, जिसके आंख से कम दिखाई देता था। वह युवक नहीं दिख रहा है। इसके साथ ही, कॉरिडोर में डेविड और लुका नामक लावारिस मरीज भी रह रहे थे, लेकिन ये भी दिखाई नहीं दे रहे हैं। ये दोनों पैर से दिव्यांग थे, इसलिए चलने-फिरने में असमर्थ थे।
हालांकि, जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम मलबा को हटाने में जुटी है। घटना की जानकारी मिलने पर अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। कॉरिडोर गिरने की वजह से मेडिसिन विभाग का गैस भी लीक करने लगा। इसे देखते हुए आक्सीजन सप्लाई बंद किया गया, साथ ही, बिजली भी काट दी गई। ताकि किसी तरह की अनहोनी नहीं हो।
घटना के बाद अस्पताल में मौके पर एसडीओ शताब्दी मजूमदार, एमजीएम प्रिंसिपल डॉ. दिवाकर हांसदा, अधीक्षक डॉ. आरके मंधान, उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी देर रात तक मुस्तैद रहे।
जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल की घटना पर मंत्री ने दी प्रतिक्रिया
मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल की घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि दो मंत्री इस घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे हैं, जो बताता है कि सरकार इस मामले को लेकर कितनी संवेदनशील है।
बचाव कार्य लगातार जारी है। इस दौरान मंत्री ने कहा कि घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है, जो एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। दोषियों पर कार्रवाई होगी। साथ ही घटना में मृतकों के स्वजनों और घायलों को मुआवजा देने का भी एलान किया गया है।