Ranchi : झारखंड एटीएस ने राज्य के आधा दर्जन से अधिक कुख्यात अपराधियों की काली कमाई पर कार्रवाई शुरू कर दी है. एटीएस ने संगठित अपराधी गिरोहों से जुड़े लोगों को नोटिस भेजकर उनकी संपत्ति का हिसाब मांगा है. जो लोग अपनी कमाई का सही हिसाब नहीं दे पाएंगे, उनकी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी.
इन लोगों से मांगी गयी जानकारी
एटीएस ने अमन श्रीवास्तव, सुजीत सिन्हा, प्रिंस खान, डब्लू सिंह, मयंक सिंह और विकास तिवारी जैसे गैंगस्टर्स की काली कमाई को कारोबार में लगाने वाले सफेदपोशों और उनके करीबी रिश्तेदारों की पहचान की है. इन सभी को नोटिस भेजा गया है, जिसमें उनसे उनकी संपत्ति की जानकारी मांगी गई है.
पुख्ता सबूत नहीं मिलने पर जब्त होगी संपत्ति
झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि अपराधियों की काली कमाई का निवेश करने वाले लोगों की सूची बनाई जा रही है. नोटिस मिलने के बाद गैंगस्टर के परिवार वाले, दोस्त और बिजनेसमैन सभी को अपनी संपत्ति और निवेश के पुख्ता सबूत देने होंगे. यदि वे ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो नए कानून के अनुसार उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी और उन्हें तीन साल की सजा का भी सामना करना पड़ सकता है.
भुगतनी पड़ सकती है तीन साल की सजा
नए आपराधिक कानून के तहत, यदि किसी व्यक्ति या संगठन द्वारा किसी दूसरे के नाम पर संपत्ति ली गई है, तो पुलिस उन्हें नोटिस देगी. नोटिस प्राप्त करने वाले व्यक्ति को यह साबित करना होगा कि उनकी संपत्ति में किसी भी प्रकार के संगठित अपराध से कमाए गए पैसों का इस्तेमाल नहीं किया गया है. यदि वे इसे साबित नहीं कर पाते हैं, तो उनकी संपत्ति को अटैच किया जाएगा और उन्हें तीन साल की सजा भी भुगतनी पड़ेगी.
एटीएस ने हाल ही में कुख्यात अपराधियों से पूछताछ की है, जिससे कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई हैं. इन जानकारियों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. एटीएस को झारखंड के कुख्यात अपराधियों की करोड़ों की संपत्ति का पता चल चुका है, और अब धीरे-धीरे उन्हें जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
इस कार्रवाई के तहत, जो संपत्तियां सीधे तौर पर अपराधियों के नाम पर हैं, उन्हें तुरंत जब्त किया जाएगा, जबकि जो संपत्तियां उनके रिश्तेदारों के नाम पर हैं, उन लोगों को नोटिस के माध्यम से यह बताना होगा कि संपत्ति कानूनी है या अवैध.