BHEL Share Price Fall: सरकारी बिजली क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Bharat Heavy Electricals Ltd (BHEL) के शेयरों में गुरुवार को जोरदार गिरावट देखने को मिली. कंपनी का स्टॉक दिन की शुरुआत से ही 6% से अधिक टूट गया. निवेशकों में बेचैनी इसलिए बढ़ी क्योंकि कंपनी ने अपने ताजा वित्तीय नतीजों में डबल नेट लॉस की जानकारी दी है. लेकिन इस गिरावट के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि ब्रोकरेज फर्म्स अभी भी इस स्टॉक को होल्ड या बाय की सलाह क्यों दे रही हैं?
तिमाही नतीजे में घाटा, लेकिन रेवेन्यू में मामूली उछाल
BHEL ने बुधवार को जून 2025 में समाप्त पहली तिमाही के वित्तीय नतीजे घोषित किए, जिसमें कंपनी का नेट लॉस बढ़कर ₹455.4 करोड़ हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि में ₹211 करोड़ था. यानी नुकसान लगभग दोगुना हो चुका है.
हालांकि, एक राहत की बात यह रही कि कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू हल्का सा बढ़ा है. इस तिमाही में कंपनी ने ₹5,486.9 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह ₹5,484.9 करोड़ था. कुल इनकम ₹5,581.78 करोड़ से बढ़कर ₹5,658.07 करोड़ हो गई है. लेकिन साथ ही खर्चों में भी तेज़ी आई है, जो पिछले साल ₹5,874.98 करोड़ थे, इस बार बढ़कर ₹6,279.78 करोड़ हो गए.
स्टॉक 25% टूट चुका, फिर भी ब्रोकरेज क्यों दिखा रहे उम्मीद?
कंपनी का स्टॉक अपने 52-हफ्ते के हाई से करीब 25% तक टूट चुका है. लेकिन इसके बावजूद कई नामी ब्रोकरेज हाउस इस स्टॉक को लेकर बुलिश बने हुए हैं. उनके मुताबिक, BHEL की ऑर्डर बुक बेहद मजबूत है और कंपनी को आने वाले समय में इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी प्रोजेक्ट्स से बड़ा फायदा मिल सकता है.
विश्लेषकों का कहना है कि घाटा फिलहाल टेम्पररी ऑपरेशनल खर्चों और ट्रांजिशनल दिक्कतों के चलते हुआ है. लेकिन जैसे ही कंपनी की नई परियोजनाएं गति पकड़ेंगी, मुनाफा भी लौटेगा.
बिकवाली में जल्दबाज़ी हो सकती है भारी नुकसान
हालांकि कंपनी का घाटा डरा सकता है, लेकिन लंबे समय के निवेशकों के लिए यह गिरावट एक मौका भी बन सकती है. ब्रोकरेज फर्म्स का मानना है कि आने वाले दो-तीन क्वार्टर में कंपनी अपने ऑर्डर एग्जीक्यूशन में तेजी लाएगी, जिससे रेवेन्यू और मार्जिन में सुधार हो सकता है.
तो अगर आप अल्पकालिक रिटर्न नहीं बल्कि दीर्घकालिक ग्रोथ की तलाश में हैं, तो BHEL को रडार पर बनाए रखना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है.