बलरामपुर। राजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बैढी में एक बार फिर प्रार्थना सभा की आड़ में कथित धर्मांतरण का मामला सामने आया है। जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने देर रात मौके पर पहुंचकर सभा को बंद करवाया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
प्रार्थी रामबली, निवासी घरघड़ी, ने राजपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि बैढी के चींटमिटी पारा में पास्टर संदीप भगत द्वारा लाउडस्पीकर के माध्यम से सैकड़ों ग्रामीणों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाया जा रहा था। बताया गया कि पास्टर ग्रामीणों को यह कहकर प्रभावित कर रहे थे कि ईसाई धर्म अपनाने से बीमारियां ठीक हो जाती हैं, आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं और समाज की ओर से मुफ्त इलाज, शिक्षा और रोजगार की व्यवस्था भी की जाती है।
प्रार्थना सभा में लगभग 200 ग्रामीण मौजूद थे। शिकायत मिलते ही राजपुर एसडीएम राजीव जेम्स कुजुर, तहसीलदार रश्मि पूनम एक्का और थाना प्रभारी चंदन कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और कार्यक्रम को तत्काल प्रभाव से बंद कराया।
पुलिस ने मौके से दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अंबिकापुर के महुआपारा निवासी संदीप भगत (उम्र 30 साल) पिता सुखराम भगत और राजपुर थाना अंतर्गत आने वाले बैढी, चींटमिटी पारा के रहने वाले पर्सू बेक, पिता शिबना बेक (उम्र 48 साल) शामिल है। दोनों आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 299 BNS और छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 4 के तहत प्रकरण दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर लिया गया है।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि धार्मिक स्वतंत्रता कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इस कार्रवाई के बाद इलाके में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है।